हम युवा कमजोर नहीं।
क्योंकि कुर्सी का खौप नहीं।।
हमने काम मांगा हैं! भीख नहीं।
आखिर जनाब बोलते क्यों नहीं।।
यारों अपना समय उधार दो।
एक साथ आकर कहो हमें रोज़गार दो।।
- प्रदीप यादव

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